स्वर रज्जुओं वाक्य
उच्चारण: [ sevr rejjuon ]
उदाहरण वाक्य
- उच्छ्वसित वायु के वेग से जब स्वर रज्जुओं का कंपन होता है तब स्वर की उत्पत्ति होती है।
- उच्छ्वसित वायु के वेग से जब स्वर रज्जुओं का कंपन होता है तब स्वर की उत्पत्ति होती है।
- वे इसलिये होती हैं क्योंकि स्वर रज्जुओं में कई अलग अलग तरह के कंपन उत्पन्न करने की क्षमता होती है.
- वे इसलिये होती हैं क्योंकि स्वर रज्जुओं में कई अलग अलग तरह के कंपन उत्पन्न करने की क्षमता होती है.
- मानव आवाज की पंजी एक विशेष सुरों की श्रृंखला होती है, जो स्वर रज्जुओं के समान कंपनों में उत्पन्न होती है और एक समान गुणवत्ता लिये होती है.
- मानव आवाज की पंजी एक विशेष सुरों की श्रृंखला होती है, जो स्वर रज्जुओं के समान कंपनों में उत्पन्न होती है और एक समान गुणवत्ता लिये होती है.
- मनुष्य के स्वर रज्जुओं की मोटाई ढीली की जा सकती है या, कसी जा सकती है या बदली भी जा सकती है, और उन पर से हवा बदलते हुए दबाव के साथ प्रवाहित की जा सकती है.
- मनुष्य के स्वर रज्जुओं की मोटाई ढीली की जा सकती है या, कसी जा सकती है या बदली भी जा सकती है, और उन पर से हवा बदलते हुए दबाव के साथ प्रवाहित की जा सकती है.
- उदाहरण के लिये, स्वर निर्माण के बारे में तभी कह जा सकता है जब वह श्वसन क्रिया से जुड़ा हो, उच्चारक प्रतिध्वनि को प्रभावित करते हैं, प्रतिधवनिकारक स्वर रज्जुओं पर असर डालते हैं, स्वर रज्जु श्वास नियंत्रण को प्रभावित करते हैं, आदि.
- उदाहरण के लिये, स्वर निर्माण के बारे में तभी कह जा सकता है जब वह श्वसन क्रिया से जुड़ा हो, उच्चारक प्रतिध्वनि को प्रभावित करते हैं, प्रतिधवनिकारक स्वर रज्जुओं पर असर डालते हैं, स्वर रज्जु श्वास नियंत्रण को प्रभावित करते हैं, आदि.
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